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मंगलवार, 26 जुलाई 2011

मांडू में उतर आई हैं बादलों की परियां

मनमोहक प्राकृतिक नजारों के लिए प्रसिद्घ मांडू इन दिनों घने कोहरे की आगोश में है। यहां मौसम मेहरबान लग रहा है और ऐसा लग रहा है मानो प्रकृति ने हरियाली और कोहरे की चादर ओढ़ ली हो। घने बादल तो जैसे जमीन पर आने को आतुर दिखाई दिए
मध्यप्रदेश की पयर्टन नगरी मांडू में रिमझिम फुहारों का दौर चल रहा है। पूरे क्षेत्र में छाए घने कोहरे के कारण पर्यटकों को दिन में भी अपने वाहनों की लाइट का सहारा लेना पड़ा।
वहीं स्थानीय प्रतिष्ठानों की भी यही स्थिति रही। घने कोहरे को देखते हुए नगर पंचायत द्वारा सड़क बत्तियां समय के पहले ही चालू कर दी गई थीं। मांडू पहुंचने वाले पर्यटक मौसम का एक अलग ही नजारा देख रहे हैं और इसका जमकर लुत्फ भी उठा रहे हैं।
कोहरे का असर काकड़ा खो, रूपमति महल और सोनगढ़ के आसपास कुछ ज्यादा ही देखा गया। ऐसा लग रहा है मानो बादलों की ढेर सारी परियां जमीन पर उतर आईं हों। मांडू के घाट क्षेत्र में पर्यटकों को रेलिंग और रोशनी की सुविधा नहीं होने के कारण भारी परेशानी उठाना पड़ी। यहां पर मौसम अपने पूरे शबाब पर है। क्षेत्र के लोगों को अभी भी तेज वर्षा की दरकार है।

पर्याप्त बारिश नहीं होने के कारण पर्यटक काकड़ा खो एवं अन्य क्षेत्रों में बहने वाले झरनों के अनुपम दृश्यों से अभी तक वंचित हैं। अगर मौसम में ऐसी ही ठंडक बनी रही तो आने वाले कई रविवारों को यहां भारी संख्या में पर्यटकों का आगमन होने की संभावना है।

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