ऐसे में अपनी सेहत के प्रति पूरी सावधानी रखनी चाहिए। फूड पॉइजनिंग का सबसे बड़ा लक्षण यह है कि अगर खाना खाने के एक घंटे से 6 घंटे के बीच उल्टियां शुरु हो जाती हैं, तो मान लेना चाहिए कि व्यक्ति को फूड पॉइजनिंग की शिकायत है। इसे तुरंत काबू में करने के लिए डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।
यह मुख्यतः बैक्टीरिया युक्त भोजन करने से होता है। इससे बचाव के लिए कोशिश यही होना चाहिए कि घर में साफ-सफाई से बना हुआ ताजा भोजन ही किया जाए। अगर बाहर का खाना खा रहे हैं तो ध्यान रखें कि खुले में रखे हुए खाद्य पदार्थों तथा एकदम ठंडे और असुरक्षित भोजन का सेवन न करें।
इन दिनों ब्रेड, पाव आदि में जल्दी फंफूद लग जाती है इसलिए इन्हें खरीदते समय या खाते समय इनकी निर्माण तिथि को जरूर देख लें। घर के किचन में भी साफ-सफाई रखें। गंदे बर्तनों का उपयोग न करें। कम एसिड वाला भोजन करें।
क्यों होती है फूड पॉइजनिंग
गंदे बर्तनों में खाना खाने से।
बासी और फफूंदयुक्त खाना खाने से।
अधपका भोजन खाने से।
मांसाहार से।
फ्रिज में काफी समय तक रखे गए खाद्य पदार्थों के उपयोग से।
1 टिप्पणी:
सुन्दर जानकारियाँ दीं हैं आपने,अजय जी.
उपयोगी और बहुत काम की हैं.
अच्छी प्रस्तुति के लिए आभार.
मेरे ब्लॉग पर दर्शन दें.
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