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बुधवार, 31 अगस्त 2011

'ऑनलाइन' गणेश पूजन करें


भाद्रपद शुक्ल की चतुर्थी ही गणेश चतुर्थी कहलाती है। श्री गणेशजी विघ्न विनाशक हैं। इन्हें देवसमाज में सर्वोच्च स्थान प्राप्त है।

भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को मध्याह्न के समय गणेशजी का जन्म हुआ था। श्री गणेशजी बुद्धि के देवता हैं। गणेशजी का वाहन चूहा है। ऋद्धि तथा सिद्धि इनकी दो पत्नियां हैं। इनका सर्वप्रिय भोग मोदक (लड्डू) है।

गणेश चतुर्थी के पावन पर्व पर आप कर सकतें है ऑनलाइन 'गणेश पूजन।' भगवान गणपति की आरती करने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें।


ऐसे करें गणेश पूजन :

आरती करने हेतु निम्न निर्देशों का पालन करें -
* पुष्प अर्पण करने हेतु 'पुष्प' पर क्लिक करें।
* फलों का प्रसाद अर्पण करने हेतु थाली में रखे फलों पर क्लिक करें।
* मिष्ठान का प्रसाद अर्पण करने हेतु थाली में रखे मिष्ठान पर क्लिक करें।
* घंटी बजाने के लिए 'घंटी' पर क्लिक करें।
* दीपक से आरती करने के लिए 'दीपक' पर क्लिक करें।
* आरती करने के लिए 'प्ले आरती' पर क्लिक करें।

रमजान विशेष : बेइंतिहा खुशी का दिन है ईद


रमजान शरीफ में पूरे महीने इबादत करने के बाद बंदे को अल्लाह की तरफ से ईनाम ईद के दिन मिलता है। शरीयत के मुताबिक ईद के दिन से ज्यादा खुशी का दिन और कोई नहीं। यूं तो ईद साल में दो बार आती है। रमजान के बाद मनाई जाने वाली ईद को ईद-उल-फितर कहते हैं।
इस दिन सभी पुरुष ईदगाह में जमा होकर दो रकत नमाज अदा करते हैं और अल्लाह से दुआ मांगते हैं। महिलाएं अपने घरों में नमाज अदा करती हैं। ईद की नमाज के बाद लोग एक-दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देते हैं।
नमाज के लिए जाने से पहले सदका, फितर देना जरूरी है। इसके तहत परिवार के हर शख्स के हिसाब से 35 से 40 रुपए किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को दिए जाते हैं। बहुत से लोग सदका फितर रमजान में ही अदा कर देते हैं, क्योंकि रमजान में हर नेकी का सवाब सत्तर गुना बढ़ जाता है।
जो लोग साहिबे हैसियत है वे ईद की नमाज से पहले या रमजान में ही जकात अदा करते हैं। जकात शरीयत के मुताबिक टैक्स है। अगर किसी शख्स के पास साढ़े सात तोला सोना या इसके बराबर कीमत की चांदी या फिर इतना ही नकद रुपया है तो उसे अपने धन का ढाई प्रतिशत गरीबों में, विधवा औरतों में दान करना जरूरी है।

ईद के दिन की सुन्नतें-

ईद के दिन की सुन्नतें इस तरह हैं- 1. शरीयत के मुताबिक खुद को सजाना 2. गुस्ल करना 3. मिस्वाक करना 4. अच्छे कपड़े पहनना 5. खुशबू लगाना 6. सुबह जल्दी उठना 7. बहुत सवेरे ईदगाह पहुंच जाना 8. ईदगाह जाने से पहले मीठी चीज खाना 9. ईद की नमाज ईदगाह में अदा करना 10. एक रास्ते से जाकर दूसरे रास्ते से वापस आना 11. पैदल जाना 12. रास्ते में धीरे-धीरे तकबीर पढ़ना।

मंगलवार, 30 अगस्त 2011

इंटरनेट बना चीनी लिखावट के लिए खतरा

चीन में स्कूली छात्रों के बीच इंटरनेट और मोबाइल फोन के बढ़ते प्रचलन से स्कूली छात्रों की लिखाई पर भारी प्रभाव पड़ रहा है।

चीन के शिक्षा मंत्रालय का कहना है कि छात्रों को चीनी अक्षर सिखाने के लिए उन्हें हर हफ्ते कक्षाएं लेनी होगीं और बड़े छात्रों को स्कूली क्रियाकलाप के बाद इसकी वैकल्पिक शिक्षा दी जाएगी।
स्कूल का नया सत्र के शुरु होने के बाद, सुलेखन की कक्षाएं इसी हफ्ते से शुरू हो जाएगीं। चीन में स्कूली छात्रों के बीच मोबाइल और इंटरनेट के जरिए संदेश के आदान-प्रदान से बच्चों की लिखने की आदत प्रभावित हो रही है।

चीनी शिक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर लगे नोटिस के अनुसार, तकनीक में हुए विकास, मोबाइल और इंटरनेट के बढ़ते प्रचलन ने छात्रों की चीनी अक्षरों के लिखने की क्षमता को कमजोर किया है।
इस नोटिस में कहा गया है कि छात्रों को सही लेखन की आदत और लिखने के लिए ब्रश को किस तरह से इस्तेमाल किया जाना चाहिए, इसका भी प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए।
चीन में सुंदर लेखन को 'शुफा' कहा जाता है जिसका मतलब है लिखने का एक तरीका या नियम।

तकनीक बनी खतरा : शिक्षकों का कहना है कि चीनी भाषा में ब्रश या पैन से लिखे गए हर चिन्ह या बिंदू का भी मतलब होता है इसीलिए हर अक्षर को सही क्रम में लिखना जरूरी है।
लेकिन तकनीक अब इसके लिए खतरा बन रही है। कंप्यूटर पर जब कोई लिखता है तो उसे लिखने वाला व्यक्ति उस अक्षर को समझने में कम समय लगाता है जिससे गलतियां भी हो जाती है।

दूसरे देशों की तरह चीन में भी भाषा इस डिजीटल युग में विकसित हुई है। इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले लोग अक्सर किसी भी चीनी कहावत को अंकों, चिन्हों और अंग्रेजी भाषा में लिख देते हैं।

चीन में इंटरनेट पर सेंसर लगा हुआ है इसलिए कई बार ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है जिसके दोहरे मतलब होते हैं, ऐसे में जो सही अर्थ होता है वह छिप जाता है।

सोमवार, 29 अगस्त 2011

नदी के नीचे एक और नदी?

ब्राजील के वैज्ञानिकों का कहना है कि अमेजन नदी के लगभग चार हजार मीटर नीचे भूगर्भ में उतनी ही विशाल एक और नदी बह रही है। इसी हफ्ते ब्राजील के रियो डी जनेरो शहर में हुए एक सम्मेल में इस दिलचस्प और आश्चर्यजनक खोज के बारे में जानकारी दी गई।

अमेजन की तरह ही ये नदी भी पश्चिम से पूर्व की ओर बहती है, लेकिन इसकी गति अमेजन के मुकाबले काफी कम है। इसके बारे में सेमिनार में एलिजाबेथ तावारेस पिमैन्टल ने जानकारी दी। इस नदी का नाम उन्हीं के सुपरवाइजर के नाम पर हमजा रखा गया है।

शोध प्रक्रिया : ब्राजील की राष्ट्रीय भूगर्भ संस्था की ओर से जारी किए गए एक बयान में कहा गया है कि संभवतया इसी नदी के कारण अमेजन के उदगम स्थल के आसपास के पानी में खारापन कम है।

अमेजन दुनिया की सबसे बड़ी नदी है और इसके जरिए रोजाना 17 अरब मीट्रिक टन पानी अटलांटिक महासागर में जाता है। हमजा नदी की लंबाई भी लगभग छह हजार किलोमीटर आंकी गई है।

दरअसल इस नदी का पता 241 तेल के बंद पड़े कुंओ के अध्ययन से चला। इन कुंओं की खुदाई सत्तर और अस्सी के दशक में की गई थी। वैज्ञानिकों ने उनके अलग-अलग स्तरों पर तापमान का अध्ययन करके ये नतीजा निकाला है कि अमेजन के नीचे एक और नदी का अस्तित्व हो सकता है।

इस शोध टीम के प्रमुख हमजा ने हालांकि कहा है कि अभी ये अध्ययन शुरुआती चरण में ही है, लेकिन उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि 2014 तक वो ठोस रूप से इस भूमिगत नदी के अस्तित्व की पुष्टि कर पाएंगे।

शनिवार, 27 अगस्त 2011

क्या हुआ जो सपना टूट गया?

सपना टूट गया... अब सब कुछ खत्म हो गया और भविष्य अंधकारमय हो गया... आज के युवाओं को जरा-सी असफलता मिलने पर उनके मन में यही विचार आने लगते हैं और खासतौर पर अगर बात करियर की हो, तब मामला और भी गंभीर हो जाता है। स्वयं को किसी परीक्षा के लिए तैयार करना अपने आप में एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें मन मारने से लेकर मनोवैज्ञानिक तौर पर स्वयं को तैयार करने की बात आती है।

स्वयं के प्रति आशाओं और आकांक्षाओं का नया दौर आरंभ हो जाता है और उसी अनुसार युवा साथी अपने निर्धारित सपने को पूर्ण करने के लिए प्रयत्न करने लगते हैं, पर सभी को सफलता नहीं मिलती और असफलता से सामना हो ही जाता है। यह असफलता कई को भीतर तक तोड़ देती है, अवसाद उन्हें घेर लेता है और नैराश्य भाव में वे स्वयं को आखिरी नंबर पर देखने की आदत डाल लेते हैं।

एक युवक था जिसे डॉक्टर बनना था, क्योंकि पिता भी डॉक्टर थे। अब यह कहना कितना सच होगा कि उसे डॉक्टर ही बनना था। अब घर में पिता डॉक्टर है, तब बचपन से ही घर में उस पर डॉक्टर बनने का दबाव तो होना ही था। बॉयोलॉजी प्रमुख विषय लेने के बाद युवा साथी के मन में डॉक्टर बनने के सपने पलने लगे। १२वीं में अच्छे नंबर आए, पर मेडिकल की परीक्षा में पास नहीं हो पाया। घर वालों से लेकर अन्य लोगों ने गैप लेने का कहा। गैप भी ले लिया और तैयारी की, पर फिर भी नतीजा सिफर रहा।

घरवालों ने कहा कि एक बार और प्रयत्न कर लो, पर युवा साथी के मन में असफलता के डर ने इतना घर कर लिया था कि उसकी हिम्मत जवाब दे गई। वह अवसाद में आ गया, दाढ़ी बढ़ा ली और जीवन के तत्व आदि से संबंधित किताबें पढ़ने लगा। चुपचाप रहने लगा और घर से बाहर निकलने में भी उसे डर लगने लगा। उसने अपने आप को एक कमरे में सीमित कर लिया। पिता डॉक्टर थे इस कारण उनके पास समय की कमी रहती थी। फिर भी कुछ समय बाद पिता का ध्यान इस ओर गया और बेटे को कहा गया कि तुम निराश मत हो।

हम किसी निजी महाविद्यालय में डोनेशन के माध्यम से तुम्हें प्रवेश दिलवाएँगे, पर डॉक्टर तुम्हें जरूर बनाएँगे। यह बोलना था कि युवा साथी के मन को ऐसा धक्का लगा कि वह रोने लगा और उसने एक ही बात कही कि मैं डॉक्टर ही नहीं बनना चाहता। माता-पिता को लगा कि अब बेटे का क्या होगा? बेटे को काफी मुश्किल से अवसाद से बाहर लाए और कहा कि तुझे जो करना है वह कर।

उस युवा साथी ने मैनेजमेंट की पढ़ाई की ओर रुख किया। बैचलर की डिग्री हासिल करने के दौरान ही इकोनॉमिक्स और फाइनेंशियल मैनेजमेंट में उसने इतनी महारत हासिल कर ली कि न केवल व अपने अध्यापकों से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने लगा बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस क्षेत्र में क्या हो रहा है, इसकी भी उसे जानकारी होने लगी। बैचलर की डिग्री पूर्ण करते-करते उसने अमेरिका, ब्रिटेन से लेकर अन्य देशों के बड़े विश्वविद्यालयों के बारे में जानकारी निकाल ली और वहाँ की प्रवेश परीक्षाओं के बारे में जानकारी हासिल कर ली थी और पहली बार में प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण कर ली।

अमेरिका के प्रतिष्ठित संस्थान से कोर्स करने के बाद उस युवा साथी ने अमेरिका में ही वर्ल्ड इकोनॉमी के क्षेत्र में अपना करियर बनाया और नाम भी कमाया। दोस्तो, करियर की डगर में भेड़चाल चलना या दबाव में आकर ऐसे करियर के लिए प्रयास करते रहना, जिसमें आपका दिल न लगता हो, समय को व्यर्थ करना ही है। अपने आपसे लगातार प्रश्न करते रहें और जो स्वयं को अच्छा लगता है उसी करियर को अपनाएँ। दुनिया में डॉक्टर, इंजीनियर बनने के अलावा भी बेहतरीन विकल्प मौजूद हैं।

गुरुवार, 25 अगस्त 2011

फ़ेकिंग न्यूज़ - सबसे असरदार खबरें, सबसे ईमानदार खबरें!


फ़ेकिंग न्यूज़ फेकिंग न्यूज faking news

आह! हिंदी इंटरनेट को तो इसका जैसे बरसों से इंतजार था.

फ़ेकिंग न्यूज़ - एक किस्म का द ऑनियन इन हिंदी. पर क्या ये सचमुच द ऑनियन की तरह है?

शायद कुछ-कुछ. यदि फ़ेकिंग न्यूज़ को अनबायस्ड तरीके से बिना किसी पॉलिटिकल-रिलीजियस एजेंडा के तहत सिर्फ और सिर्फ हास्य-व्यंग्य पर सीमित रख कर परोसा जाए तो इसको सुपरह हिट होने से कोई नहीं रोक सकेगा. अभी की पोस्टों में वैसे साफ तौर पर राजनीतिक झुकाव परिदृश्य तो होता ही है.

जिस तरह की सामग्री इसमें अभी आ रही है उस हिसाब से इसके हिट होने में देरी नहीं है. फिर भी, सामग्री की प्रचुरता और निरंतरता इसे बनाए रखनी होगी.

फ़ेकिंग न्यूज के कुछ नए ताज़ा समाचार के शीर्षकों से इसकी सामग्री का अंदाजा लगाएँ -

o हरभजन के खिलाफ चलेगा “प्रतिभा से अधिक विकेट” का मामला
o संदेसे आते हैं, हमें फुसलाते हैं!
o हॉल ऑफ शेम
o विवाह-बंधन में बंधे राहुल गांधी, कलावती की बेटी से की शादी
o सुरेश कलमाड़ी करेंगे जेलगांव का निर्माण!
o कश्मीरियों के लिए पाकिस्तान ने अमेरिका से मांगे पत्थरों के ट्रक
o जानवरों पर भी पड़ता है रिएलिटी शो का बुरा असर!
o “किसी काले कुत्ते को ग्रिल्ड सैंडविच खिलाएं”
o अब दिल्ली मैट्रो की छत पर भी बैठ सकेंगी सवारियां
o दाऊद दे दो, अमर सिंह ले लो!


नमें से कुछ प्रविष्टियों को सैकड़ों हजारों बार ईमेल फारवर्ड किया गया है. अब ये दीगर बात होगी कि इन प्रविष्टियों को ऐसे ईमेल फारवर्डों के जरिए ही जमा किए गये हैं.

यदि कभी आपके पास करने को कुछ खास काम नहीं हो, और थोड़ा हंसना मुसकुराना चाहें तो फ़ेकिंग न्यूज में भ्रमण कर लें.

बुधवार, 24 अगस्त 2011

लंदन में ध्यानचंद के नाम पर हॉकी पिच

 
लंदन में भारतीय जिमखाना क्लब में 2 लाख 50 हजार पाउंड की लागत से बिछाई गई एक नई एस्ट्रो टर्फ हॉकी पिच का नामकरण हॉकी के जादूगर ध्यानचंद के नाम पर किया गया है।

दुनिया के सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ हॉकी खिलाड़ी माने जाने वाले महान सेंटर फारवर्ड मेजर ध्यानचंद को गोल करने की उनकी क्षमता के कारण जाना जाता है। वह तीन ओलिम्पिक (1928 एम्सटर्डम, 1932 लॉस एंजिल्स 1936 बर्लिन) में स्वर्ण पदक विजेता टीम का हिस्सा रहे। उन्हें 1956 में भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से नवाजा गया था।

नई पिच के उद्घाटन समारोह में जिमखाना क्लब के अध्यक्ष प्रोफेसर नट पुरी ने कहा, ‘यह पिच क्लब में बेहतर सुविधायें प्रदान करने की दिशा में एक और कदम है।’

क्लब के उपाध्यक्ष लार्ड गुलाम नून ने कहा कि जिमखाना में 20 स्टूडियो रूम और बनाने होंगे ताकि बाहर से आने वाले खिलाड़ी वहां ठहर सकें।
ध्यानचंद के छोटे भाई रूप सिंह ने भी भारत के लिए हॉकी खेली। उनके पिता समेश्वर दत्त सिंह भारतीय सेना में थे और सेना के लिए हॉकी खेलते थे।

ध्यानचंद 1922 में 16 बरस की उम्र में भारतीय सेना में भर्ती हुए। रेजिमेंट में अनौपचारिक मैचों में उनकी ड्रिबलिंग देखकर सूबेदार मेजर बाले तिवारी ने उनकी प्रतिभा को पहचाना। तिवारी बाद में उनके मेंटर बन गए और उनकी हाकी की तकनीकों को तराशा।

ध्यानचंद के समकालीन रहे अजित सिंह सिद्धू ने उन्हें दुनिया का सर्वश्रेष्ठ हाकी खिलाड़ी बताया। क्लब के सचिव स्वतंत्र सोनी ने कहा कि 10 साल की पुर्नभुगतान योजना के तहत क्लब ने सदस्यों से ढाई लाख पाउंड जुटाए।

मंगलवार, 23 अगस्त 2011

अन्ना और सोशल मीडिया


अन्ना हजारे के आंदोलन में लोगों को एकजुट करने की दिशा में सोशल मीडिया खासकर फेसबुक और ट्विटर का खासा इस्तेमाल हो रहा है। अन्ना की रिहाई को लेकर बनी अनिश्चितता में लोग फेसबुक और टि्वटर के जरिए ही जानकारियां जुटा रहे हैं।

लोग इन माध्यमों पर न केवल सरकार के प्रति अपने गुस्से का इजहार कर रहे हैं बल्कि लोकपाल और जनलोकपाल पर भी अच्छी खासी बहस कर रहे हैं।
फेसबुक पर भ्रष्टाचार विरोधी लोगों ने सरकार को ही निशाने पर लिया है और मंत्रियों तक की आलोचना की है। उधर ट्विटर के जरिए अमेरिका और ब्रिटेन में रह रहे लोग भी अपनी बात पूरी दुनिया तक पहुंचा रहे हैं।

ट्विटर एक बार फिर प्रदर्शनकारियों और अन्ना समर्थकों का प्रिय हो गया है। 16 और 17 अगस्त को दुनिया भर में जितने ट्विट किए गए हैं उसमें अन्ना का विषय आठवें नंबर पर रहा। ट्विटों में न केवल अन्ना के समर्थन में एकजुट होने की अपील की गई है बल्कि प्रधानमंत्री को भी निशाने पर लिया गया है।

कई स्थानों पर छात्रों ने ट्विट कर के अपने साथियों से कॉलेजों का बहिष्कार करने की अपील की है तो कहीं कहीं फिल्म स्टारों ने ट्विट कर के लोगों से विरोध जताने की अपील की है। फेसबुक पर एक पन्ना भी बना है इंडिया एगेनस्ट करप्शन जिसके जरिए लोगों को एकजुट किया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि मिस्र के तहरीर चौक पर हुए प्रदर्शनों में फेसबुक ने बड़ी भूमिका निभाई थी। हालांकि मिस्र में टीवी चैनलों पर प्रतिबंध था जबकि भारत में ऐसा नहीं है। फेसबुक पर भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए अन्ना का समर्थन करें नाम से भी एक पन्ना है जिसे लाखों लोगों ने लाइक किया है।

अन्ना के समर्थकों ने यूट्यूब का भी इस्तेमाल किया है। वीडियो शेयर करने वाली इस वेबसाइट के जरिए अन्ना हजारे के नाम पर करीब 500 वीडियो देखे जा सकते हैं जो विभिन्न टीवी चैनलों से लिए गए हैं।

सोमवार, 22 अगस्त 2011

कृष्णा : सिर्फ प्रेम का प्रतीक

|| हरे कृष्ण ||
|| हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे || || हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे ||

श्रीकृष्ण को भगवान विष्णु का आठवां अवतार माना गया है। विष्णुपुराण अनुसार भगवान में छ: गुण ऐश्वर्य, धर्म, यश, श्री, वैराग्य तथा मोक्ष पूर्णरुप में प्रकट होना बताया गया है। भगवान श्रीकृष्ण के जीवन, चरित्र और लीलाओं में भी अंनत बल, अनन्त यश, अनन्त ऐश्वर्य, अनन्त श्री, अनन्त ज्ञान और अनन्त वैराग्य प्रकट ...होता है। श्रीमद्भगवद् गीता में श्रीकृष्ण को भगवान कहा गया है।
श्रीमद्भगवद्गीता हिंदू धर्म का पवित्र ग्रंथ बना। जीवन, व्यक्तित्व एवं आत्मा के विकास के लिए गीता के उपदेश अमूल्य है। भगवान श्रीकृष्ण के जीवन की सबसे बड़ी विशेषता है - कर्म की निरंतरता। उन्होंने स्वयं अपने आचरण से हमेशा कर्म करने का संदेश दिया। इसीलिए विष्णु के दस अवतारों में से केवल कृष्ण को ही जगद्गुरु कहा गया है।
व्यावहारिक जीवन में भी कर्म ही अंतत: सफलता का कारण बनता है, जो किसी भी व्यक्ति को सफल और सबल बनाता है। ऐसा व्यक्ति ही समाज में भगवान की छबि रखता है।

श्रीकृष्ण का जीवन भी कर्म से सफलता की प्रेरणा देता है। इसलिए आज भी समाज के हर वर्ग और जाति के लोगों के लिए वे गुरु, सखा, बालक या प्रियतम हैं और श्रीकृष्ण भगवान के रूप में पूजित हैं।

|| जय श्री कृष्ण ||

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भगवान श्रीकृष्ण का चरित्र मानव को धर्म, प्रेम, करुणा, ज्ञान, त्याग, साहस व कर्तव्य के प्रति प्रेरित करता है। भाद्र कृष्ण पक्ष की अष्टमी को देश व विदेश में कृष्ण जन्म को उत्सव के रूप में मनाया जाता है। उनका जन्म बुधवार को मध्यरात्रि में हुआ। उनके जन्म के समय वृषभ लग्न था व चंद्रमा वृषभ राशि में था। रोहिणी नक्षत्र में जन्मे कृष्ण का सम्पूर्ण जीवन विविध लीलाओं से युक्त है।

भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्र कृष्ण पक्ष की अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र में हुआ। इसलिए श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व रोहिणी नक्षत्र में ही मनाए जाने की परम्परा है। इस दिन स्त्री-पुरुष रात्रि बारह बजे तक व्रत रखते हैं। इस दिन मंदिरों में झाँकियाँ सजाई जाती हैं और भगवान कृष्ण को झूला झुलाया जाता है।
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जब-जब भी असुरों के अत्याचार बढ़े हैं और धर्म का पतन हुआ है तब-तब भगवान ने पृथ्वी पर अवतार लेकर सत्य और धर्म की स्थापना की है। इसी कड़ी में भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मध्यरात्रि को अत्याचारी कंस का विनाश करने के लिए मथुरा में भगवान कृष्ण ने अवतार लिया।


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108 Names of Lord Sri Krishna

Achala – Krishna Who is Still and Motionless
Achyuta – Krishna Who is Infallible
Adbhutah – Krishna Who is Opulant and Wondrous
Adidev – Krishna who is the God of gods and goddesses
Aditya – Krsna who is the Son Of Aditi
Ajanma – Krsna Who Is Infinite And Boundless
Ajaya – Krishna Who is Beyond both Life And Death
Akshara – Krishna Who is Indestructible
Amrut – Krsna Who Is Sweet As Nectar and Immortal
Anaadih – Krsna Who Is The First Cause
Anandsagar – Krishna Who is an Ocean of Bliss
Ananta – Krishna who is Infinite
Anantajit – Krsna who is Ever Victorious
Anaya – Krsna, above Who there is none
Aniruddha – Krsna Who is the Lord of Obsticles
Aparajeet – Krishna Who Cannot Be Defeated
Avyukta – Krsna Who Is As Clear As Crystal
Balgopal – The Child Krishna, The All Attractive One
Bali – The Lord Of Strength
Chaturbhuj – Four-Armed Lord (Vishnu)
Danavendra – Krishna Who is the Granter Of Boons
Dayalu Krsna who is the Repositiory Of Compassion
Dayanidhi – Krsna from Whom Compassion is Born
Devadidev – Krishna who is Supreme among Gods
Devakinandan – Krishna Who is the Son Of Mother Devaki
Devesh – Lord Of The Lords
Dharmadhyaksha – The Lord of Dharma
Dwarkapati – Lord Of Dwarka
Gopal – Krsna Who Plays With The Cowherds (Gopas)
Gopalpriya – Lover Of Cowherds
Govinda – Krsna Who pleases the cows, the Earth and all of Nature
Gyaneshwar – The Lord Of Knowledge
Hari – The Lord Of Nature
Hiranyagarbha – The All Powerful Creator
Hrishikesh – Krsna who is the Lord of the Heart
Jagadguru – Preceptor Of The Universe
Jagadisha – Protector Of All
Jagannath – Lord Of The Universe
Janardhana – Krishna Who bestows boons on one and all
Jayantah – Krsna who is the Conqueror of all Enemies
Jyotiraaditya – Krsna Who shines with the Effulgence of a Billion Suns
Kamalnath – Krishna Who is the Lord of the Goddess Lakshmi
Kamalnayan – Krsna Whose eyes are like Lotuses
Kamsantak – Krsna, Slayer Of Kamsa
Kanjalochana – The Lotus-Eyed God
Keshava – Krsna Who Has Long, Black Matted Locks
Krishna – Dark-Complexioned Lord
Lakshmikantam – The Lord Of Goddess Lakshmi
Lokadhyaksha – Krsna Who is the Lord Of All The Three Lokas (Worlds)
Madan – The Lord Of Love
Madhava – Krsna Who is Lord of Nature
Madhusudan – Krishna, Slayer Of Demon Madhu
Mahendra – Krishna, Lord Of Indra
Manmohan – Krsna Who Captivates the mind utterly
Manohar – Krsna Who Attracts
Mayur – Krishna Who Has A Peacock Feathered-Crest
Mohan – Krishna Whose Beauty Intoxicates
Murali – Krishna, Who plays the Flute
Murlidhar – One Who Holds The Flute
Murlimanohar – The Flute Playing God
Nandgopala – The Son Of Nand
Narayana – Krishna, the Refuge Of All Beings
Niranjana – Krsna, the Unblemished
Nirguna – Krsna Who is Beyond All Descriptions
Padmahasta – Krishna, Whose Hands are Like Lotuses
Padmanabha – The Lord Who Has A Lotus Shaped Navel
Parabrahmana – Krsna Who is the Supreme Absolute Truth
Paramatma – The Soul of Souls
Parampurush – Supreme Personality
Parthasarthi – Charioteer Of Partha – Arjuna
Prajapati – Krishna Who is the Creator Of All Creatures
Punyah – Krishna Who is Supremely Pure
Purshottam – Krsna as the Supreme Soul
Ravilochana – Krsna Whose Eye Is The Sun
Sahasraakash – Thousand-Eyed Lord
Sahasrajit – Krsna Who Vanquishes Evil Hordes by the Millions
Sahasrapaat – Thousand-Footed Lord
Sakshi – All Witnessing Lord
Sanatana – The Eternal Lord
Sarvajana – Omniscient Krsna
Sarvapalaka – Protector Of All
Sarveshwar – Krsna Who is in Charge of all Gods
Satyavachana – Krsna Who speaks only the Truth
Satyavrata – The Truth Dedicated Lord
Shantah – Lord of Pure Peace
Shreshta – The Most Glorious Lord
Shrikanta – Krishna who is Beautiful
Shyam – Dark-Complexioned
Shyamsundara – Krsna who is the All Attractive, Dark Colored God
Sudarshana – He Whose Sight is Auspicious
Sumedha – Lord of Intelligence
Suresham – Lord Of All Demi-Gods
Swargapati – Krsna Who Rules all Heavens
Trivikrama – Conqueror Of All The Three Worlds
Upendra – Brother Of Indra
Vaikunthanatha – Lord Of Vaikuntha, The Heavenly Abode
Vardhamaanah – The Formless Lord
Vasudev – Son of Vasudeva
Vishnu – All Prevailing Lord
Vishwadakshinah – Skilfull And Efficient Lord
Vishwakarma – Krsna, Creator Of The Universe
Vishwamurti – The Universe Whose Form is Krsna
Vishvarupa – Krsna, Whose Universal Form Encompasses every form and formlessness
Vishwatma – Soul Of The Universe
Vrishaparvaa – Lord Of Dharma
Yadavendra – Krsna, King Of The Yadav Clan
Yogi – The Supreme Master
Yoginampati – Lord Of The Yogis


|| Jai Shree Krishna ||